Swachata Par Nibandh 300 Shabd Ka- स्वच्छता पर निबंध 300 शब्दों में
Swachata Par Nibandh 300 Shabd Ka- स्वच्छता पर निबंध 300 शब्दों में: अगर आप विद्यालय में पढ़ते हैं, मेरा मतलब है कि अगर आप एक विद्यार्थी हैं तो आपको स्वच्छता का मतलब अच्छी तरह से पता ही होगा। आइए स्वच्छता पर थोड़ा सा और गौर करें
आप सभी विद्यार्थियों को मेरा नमस्कार🙏
Swachata Par Nibandh 300 Shabd Ka आज आपके सामने प्रस्तुत किया जा रहा हैं। आपसे गुजारिश हैं की आप इस ‘स्वच्छता पर निबंध 300 शब्दों में’ को अच्छे से पढ़ें।
आइये 300 Shabd Ka Swachata Par Nibandh पढ़ना शुरू करते हैं।
Swachata Par Nibandh 300 Shabd Ka- स्वच्छता पर निबंध 300 शब्दों में
अच्छे स्वास्थ्य और अच्छे जीवन के लिए हमें स्वच्छता नामक एक अच्छी आदत को अपने जीवन के साथ जोड़ना चाहिए।
स्वच्छता को कोई काम नहीं समझना चाहिए और ना ही इस काम को पैसे कमाने के लिए किया जाना चाहिए। क्योंकि इस काम को करने से जो स्वच्छता हमें मिलेगी वह पैसों से नहीं ली जा सकती।
स्वच्छता एक पुण्य का काम है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में इसे जरूर अपनाना चाहिए। जो मनुष्य इसे नहीं अपनाते हैं वह बीमारियों से और बहुत बड़े रोगों से बहुत जल्द घिर जाते हैं।
और कुछ बीमारियां तो ऐसे होती हैं जो मनुष्य की जान तक ले लेती हैं तथा हर एक दूसरे व्यक्ति के सम्पर्क में आने से फैलती चली जाती है और फिर हो सकता है ये एक छोटी से बीमारी एक महामारी का रूप ले सकती है ।
इसलिए हमें स्वच्छता का अच्छे तरीके से ख्याल रखना चाहिए। और अस्वच्छता फैलाने वाले तत्वों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
पॉलीथिन का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि जिस पॉलिथीन का हम इस्तेमाल करके उसे फेंक देते हैं वह जल्दी से नष्ट नहीं होता है। अर्थात पॉलिथीन की उम्र बहुत ज्यादा वर्षों तक होती है।
इसे केवल जलाकर ही नष्ट किया जा सकता है परंतु अगर हम इसे जलाते हैं। तो इससे निकलने वाला विषैला धुंआ हमारे पर्यावरण को बहुत ज्यादा मात्रा में दूषित करता है। इसलिए
पॉलीथिन का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए तथा कहीं से भी सामान लाने के लिए कपड़ों से बने थैलों का इस्तेमाल करना चाहिए।
पॉलिथीन का एक और नुकसान भी होता है। हमारे आसपास के आवारा पशु जब इसे खा लेते हैं तो यह उनकी मौत का कारण भी बन जाती है। इसलिए
हमें पॉलीथिन का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। और भी बहुत सारे तत्व होते हैं जो स्वच्छता के लिए हानिकारक हैं उन सभी को अपने जीवन से निकाल फेंकना चाहिए। तथा
हमें जीवन में स्वच्छता के महत्व को समझकर दूसरों को भी जागरूक करना चाहिए। कोई एक व्यक्ति स्वच्छता नहीं ला सकता इसलिए हमें अपने आसपास के मित्रों पड़ोसियों तथा समाज में रहने वाले सभी मनुष्यों की मदद से अपने आसपास के सार्वजनिक स्थानों को साफ सुथरा रखना चाहिए।
एक स्वच्छ और स्वस्थ जीवन जीना चाहिए।
आशा करते हैं हमारे द्वारा प्रस्तुत किया गया स्वच्छता पर निबंध (शब्द सीमा 300 शब्द) आपके मन को भाया होगा।
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हम फिर मिलेंगे स्वच्छता पर निबंध के अगले आर्टिकल में जिसमें हम आपके लिए अलग-अलग शब्द सीमा के निबंध लेकर आएंगे।